आयतुल कुर्सी वाक्य
उच्चारण: [ aayetul kuresi ]
उदाहरण वाक्य
- फेरने के बाद मस्नून अज़कार पढ़ने के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ना।
- कुर्सी पढ़ना, और आयतुल कुर्सी क़ुर्आन करीम की सब से महान आयत है, वह अल्लाह तआला
- ' ' अच्छा '' मैंने जल्दी जल्दी आयतुल कुर्सी पढ़ी मगर '' याअलम माबैन '' पर हर दफ़ा आकर अटक गई हालाकि मुझे इस वक्त पूरी आयत याद है ।
- तथा आप से यह भी अनुरोध है कि मुझे इस बात से अवगत करायें कि मैं आयतुल कुर्सी को अरबी भाषा में किन्तु अंग्रेज़ी अक्षरों (उच्चारण) में किस प्रकार पढ़ सकता हूँ।
- तथा आप से यह भी अनुरोध है कि मुझे इस बात से अवगत करायें कि मैं आयतुल कुर्सी को अरबी भाषा में किन्तु अंग्रेज़ी अक्षरों (उच्चारण) में किस प्रकार पढ़ सकता हूँ।
- कुछ रिवायतों में है कि अलीयुल अज़ीम के बाद इस्तेग़फ़ार भी पढ़ा जाए इस रात के आख़िरी हिस्से में चार रकअत नमाज़ पढ़े कि हर रकअत में सूरए हम्द के बाद दस बार आयतुल कुर्सी, दस बार सूरए तौहीद, दस बार सूरए फ़लक़ और दस बार सूरए नास की तिलावत करे और सलाम के बाद सौ बार सूरए तौहीद पढ़े।
- 4. दुआ और अल्लाह की याद सफ़र से पहले दुआ और अल्लाह को याद करना चाहिए यह चीज़ केवल सफ़र से विशिष्ट नहीं है बल्कि इस्लामी शिष्टाचार के अनुसार हर अमल का आरम्भ दुआ और अल्लाह की याद से होना चाहिए, मुसाफ़िर के लिए सूरए हम्द, आयतुल कुर्सी, और सफ़र के बारे में अइम्मए मासूमीन से बयान हुई दुआ पढ़ना मुसतहब है।
- मुसलमान पर अनिवार्य है कि वह अल्लाह पर विश्वास, उस पर भरोसा और तवक्कुल की शक्ति, उसका सहारा लेकर, नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से प्रमाणित शरण मांगने वाली दुआओं, तथा अधिक से अधिक मुऔवज़तैन (सूरतुल फलक़ और सूरतुन्नास), सूरतुल इख्लास, सूरतुल फातिहा और आयतुल कुर्सी पढ़कर अपने आप को इंसान और जिन्नात में से शैतानों से सुरक्षित और क़िलाबन्द कर ले।
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